भारत की राष्ट्रपति ने पैराग्वे के राष्ट्रपति की मेजबानी की
ऐतिहासिक राजकीय यात्रा द्विपक्षीय सहयोग के नए क्षेत्र खोलेगी
राष्ट्रपति भवन : 02.06.2025
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 2 जून, 2025 को राष्ट्रपति भवन में पैराग्वे गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम श्री सैंटियागो पेन्या पलासियोस का स्वागत किया। उन्होंने उनके सम्मान में भोज का भी आयोजन किया।
भारत की पहली राजकीय यात्रा पर आए राष्ट्रपति पेन्या का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और पैराग्वे के बीच संबंध मधुर और मैत्रीपूर्ण रहे हैं। दोनों देश लोकतांत्रिक मूल्यों, मानवाधिकार, विधि द्वारा स्थापित शासन, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, शांति, संप्रभुता के प्रति सम्मान और क्षेत्रीय अखंडता के समान सिद्धांतों और मूल्यों में विश्वास रखते हैं। दोनों देश उन सिद्धांतों पर अडिग रहे हैं जिन्हें ये महत्वपूर्ण मानते हैं, और ये सिद्धांत हमारे सभ्यतागत मूल्यों और ऐतिहासिक अनुभवों में निहित हैं।
राष्ट्रपति ने पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले के बाद आतंकवाद की कड़ी निंदा करने और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता के संदेश के लिए पैराग्वे सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय मंचों सहित वैश्विक महत्व के मामलों पर भारत की स्थिति का लगातार समर्थन करने के लिए पैराग्वे की सराहना की।
राष्ट्रपति ने भारत और पैराग्वे के बीच बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार पर प्रसन्नता व्यक्त की। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि व्यापार और वाणिज्यिक क्षेत्रों में संबंधों का और अधिक विस्तार किया जा सकता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि ग्लोबल साउथ के क्षेत्र के रूप में, भारत और पैराग्वे की समान विकासात्मक चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों पर काबू पाने के लिए हमारा दृष्टिकोण भी काफी कुछ एक जैसा है: अर्थात शिक्षा, रोजगार और क्षमता निर्माण में निवेश करना जिससे हम आर्थिक रूप से सशक्त बनें। उन्होंने कहा कि भारत सतत विकास के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहा है, और प्रौद्योगिकियों तक समान पहुंच और ‘डिजिटल डिवाइड’ को कम करना हमारी राष्ट्रीय प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के क्षेत्र में अपने अनुभवों को पैराग्वे के साथ साझा करने के लिए तैयार है।
दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने इस बात पर सहमति जताई कि संबंधों को और गहरा करने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि इस यात्रा से संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी और सहयोग के नए क्षेत्र खोलने में मदद मिलेगी।